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Gulzar Shayari: Gulzar Shayari on Zindagi Yaadein Friends |
Gulzar Shayari: Gulzar Shayari on Zindagi Yaadein Friends
वह मन बना चुके थे
हमसे दूर जाने का और हमें लगा कि
हमें मनाना नहीं आता
न जाने कितने पड़ी है
मेरे हक में दुआ आज तबीयत में थोड़ा
आराम सा है...Gulzar Shayari
Gulzar Shayari: Gulzar Shayari on Zindagi Yaadein Friends
तुझे लिखते वक्त
महसूस होता है अक्सर
मुझे खुद से बिछड़े एक जमाना हो गया
Gulzar Shayari
Gulzar Shayari
खामोशियां बहुत कुछ कहती है
कान लगाकर नहीं दिल लगाकर सुनो
Gulzar Shayari: Gulzar Shayari on Zindagi Yaadein Friends
बहुत देर करदी तुमने मेरे दिल की
धड़कन महसूस करने में
वो दिल नीलाम हो गया
जिस पर कभी हुकूमत मारी थी
Gulzar Shayari on Zindagi
अगर मोहब्बत किसी से
बेहिसाब हो जाए
तो समझ जाना कि
वो किस्मत में नहीं है
Gulzar Shayari: Gulzar Shayari on Zindagi Yaadein Friends
Gulzar Shayari on Yaadein
बनाकर उसने
मेरे संग रेत के महल
न जाने क्यों उसने बारिश
हमको खबर करती है
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