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Badhati Umra Par Shayari | बढ़ती उम्र पर शायरी

बढ़ती उम्र पर शायरी-Badhati Umra Par Shayari

Badhati Umra  Par Shayari
बढ़ती उम्र पर शायरी


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बढती उम्र पर शायरी इन hindi 

सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ 
ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ 
Badhati Umra  Par Shayari



हया नहीं है ज़माने की आँख में बाक़ी 
ख़ुदा करे कि जवानी तिरी रहे बे-दाग़ 
Badhati Umra  Par Shayari



कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं 
जा मय-कदे से मेरी जवानी उठा के ला 
Badhati Umra  Par Shayari



कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं 
जा मय-कदे से मेरी जवानी उठा के ला 
Badhati Umra  Par Shayari



कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं 
जा मय-कदे से मेरी जवानी उठा के ला 



बुढ़ापे पर शायरी, इश्क की उम्र शायरी, उम्र छोटी है स्टेटस, 
Small Life Status



ताउम्र बस यहीं एक सबक याद रखिये,
इश्क़ और इबादत में नीयत साफ़ रखिये.
शादी शुदा शायरी 



हमसे हमारी उम्र ना पूछना ए दोस्तो,
हम तो इश्क़ हैं, हमेशा ही जवां रहते हैं
Badhati Umra  Par Shayari


बढ़ती उम्र और प्यार, कम उम्र पर शायरी



यूँ उम्र कटी दो अल्फ़ाज में,
एक आस में एक काश में.
बढती उम्र शायरी 



यह मोहब्बत भी क्या हुई अनजाने में,
सारी उम्र लग गयी आशियाना बनाने में.
Badhati Umra  Par Shayari



आईने के संग कुछ यूं लड़ गया मैं कल,
गुजरती उम्र ही दिखा रहा हर घड़ी हर पल.
Badhati Umra  Par Shayari




मुस्कुराइये और चेहरों को मुस्कान दीजिये,
उम्र के हर दौर का पूरा मजा लीजिये.



वक्त से पहले हादसों से लड़ा हूँ,
मैं अपनी बढती उम्र से कई साल बड़ा हूँ.
 उम्र शायरी इन हिंदी 


वक़्त से पहले हादसों से लड़ा हूँ
मै अपनी उम्र से कई साल बड़ा हूँ



DIL SHAYARI
अक्सर दिल में बसने वाले ही दिल तोड़ जाते है,
उम्र भर साथ निभाने का वादा कर लोग छोड़ जाते है.



KHABAR SHAYARI
बच बच के चलता रहा कांटो से उम्र भर,
क्या खबर थी कि चोट फूल से लग जायेगी।


उम्र और इश्क शायरी, उम्र पर शायरी Rekhta



HAM SHAYARI
कौन कैसा है ये ही फ़िक्र रही तमाम उम्र,
हम कैसे हैं ये कभी भूल कर भी नही सोचा।



ADA SHAYARI
उम्र भर मिलने नहीं देती हैं अब तो रंजिशें,
वक़्त हम से रूठ जाने की अदा तक ले गया।



WHATSAPP SHAYARI
ख्वाहिशों को उम्र का तकाज़ा नहीं रहता...
जब भी उभरती है नादान कर देतीं है...!!



SAATH SHAYARI
उम्र यूँहीं नहीं बढ़ती...
तजुर्बे साथ लाती है...!!



MAN SHAYARI
ज़रा सी बात पर ना छोड़ना किसी का दामन,
उम्रें बीत जाती हैं दिल का रिश्ता बनाने में।


DIL SHAYARI
इलाज की नहीं हाजत दिल-ओ-जिगर के लिए
बस इक नज़र तेरी काफ़ी है उम्र-भर के लिए



ताउम्र बस यहीं एक सबक याद रखिये,
इश्क़ और इबादत में नीयत साफ़ रखिये.


बढ़ती उम्र पर कविता, सीखने की कोई उम्र नहीं होती शायरी



हमसे हमारी उम्र ना पूछना ए दोस्तो,
हम तो इश्क़ हैं, हमेशा ही जवां रहते हैं



यूँ उम्र कटी दो अल्फ़ाज में,
एक आस में एक काश में.
Umar Shayari



यह मोहब्बत भी क्या हुई अनजाने में,
सारी उम्र लग गयी आशियाना बनाने में.



आईने के संग कुछ यूं लड़ गया मैं कल,
गुजरती उम्र ही दिखा रहा हर घड़ी हर पल.
Umar Shayari



मुस्कुराइये और चेहरों को मुस्कान दीजिये,
उम्र के हर दौर का पूरा मजा लीजिये.



वक्त से पहले हादसों से लड़ा हूँ,
मैं अपनी उम्र से कई साल बड़ा हूँ.


Dhalti Umar Shayari | Umar Shayari | Age Shayari | Shayari on Age


महफ़िल में चल रही थी हमारे कत्ल की तैयारी,
हम आये तो बोले बहुत लम्बी उम्र है तुम्हारी.



इक उम्र के बाद उस उम्र की बातें उम्र भर याद आती है,
पर वो उम्र फिर उम्र भर वापिस नहीं आती है.
उम्र शायरी



वो कर जो तेरा दिल चाहता है,
पल-पल उम्र बीतता जाता है.



उम्र भर ग़ालिब ये ही भूल करता रहा,
धूल चेहरे पर थी और आईना साफ़ करता रहा.
उम्र शायरी



ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र बढ़ने के साथ,
बचपन की जिद समझौतों में बदल जाती है.


बुढ़ापा शायरी इन हिंदी, हर उम्र में होती है मोहब्बत की जरूरत



मेरी उम्र भी लग जाये उसे,
मेरा दिल लगा हुआ है जिससे.
उम्र शायरी



ऐ दोस्त, जीने का तुम
हमेशा यहीं अंदाज रखो,
उम्र कोई भी हो,
दिल जवां और चेहरे पर मुस्कान रखो.



दौड़ती हुई उम्र को क्या शाबाशी देना,
जब जिन्दगी ही कहीं थम-सी गई हो.



जब उम्र का लिबास पुराना हो जाता हैं,
जिसे अपना कहते है वो भी बेगाना हो जाता है.



ढलती शाम सी उम्र और
तन्हा तन्हा से हम,
उम्मीदों का काफ़िला और
वक्त बहुत है कम.
Umar Shayari



उम्र देखकर मोहब्बत नहीं की जाती हैं,
दिल जवाँ तो पचपन में भी होता है.



तू बता कहाँ से लाऊं वो किस्मत,
वो हाथों की लकीर, वो नसीब,
जो तुझको उम्र भर के लिए मेरा बना दे
और रखे तुझे मेरे आँखों के करीब.
Umar Shayari


2 Line Shayari on Umar | Umar Shayari | Age Shayari | उम्र शायरी



ये उम्र तो बस तजुर्बों की कहानी है,
हर दिल में दर्द और आँखों में पानी है.




खुद की उम्र को देखकर यूँ मायूस न हो,
किसी उम्र में कुछ भी किया जा सकता हैं.



कुछ तो ख्याल रख मेरी उम्र का भी,
ऐ जिंदगी कच्ची उम्र में इतने तजुर्बे ठीक नहीं.



बचपन का हर रंग बेहद ख़ास होता हैं,
बेरंग जवानी होती है जबकि सबकुछ पास होता हैं.



जो भी दिल में है वो अपनी बात कहो,
बस दिन रात मेरे पास रहो,
जरा सी नादानी पर छोड़ कर क्यों जाना
प्यार किया है तो उम्र भर साथ रहो.
Shayari on Age


Badhati Umra Par Shayari in English, Badhati Umra Par Shayari in Hindi




तूने कहा था सोचने को कुछ वक्त चाहिए,
ये नहीं कहा था कि मेरी पूरी उम्र लगेगी.


कहते है उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं,
मेरी मोहब्बत के लिए इक जवानी भी कम है.


एक उम्र जी ली है,
इतनी सी उम्र में.



प्यार मोहब्बत पर थोड़ा ज्यादा लिखते है,
उम्र का दोष है कर भी क्या सकते है.


तुम बन जाओ इश्क़,
मैं बन जाऊं ख़ामोशी तुम्हारी,
चलो अब आँखों ही आँखों में
बिता दे ये उम्र सारी.



उम्र बीती है, दिल अभी भी बच्चा है,
मुझसे भिड़ने की गलती ना कर, तू अभी कच्चा है.



हमारी नींदों की उम्र भी,
तुम्हारी नींदों को लग जाए,
हम जागें रातभर ख्यालों में तुम्हारे,
ख़ुदा तुम्हें हर रात चैन की नींद सुलाए.
Age Shayari in Hindi



क्यों जिस्म की इतनी तड़प थी तुम्हें,
कि रूह को नज़रअंदाज कर गये,
आये थे ऐसे मिलने मुझसे
कि उम्र भर को उदास कर गये.


Shayari on Badhti Umar | बढ़ती उम्र पर शायरी | Umar Shayari | Age Shayari



इक नजर देखा उनको,
और इक उम्र जी लिया.



पसीना उम्र भर का उसकी गोद में थम जाएगा.
हमसफ़र क्या चीज है बुढ़ापे में समझ आएगा.
2 Line Shayari on Umar



बचपन को साथ रखियेगा जिन्दगी के शाम में,
उम्र महसूस न होगी सफ़र के मुकाम में.



इंतज़ार में उसके एक उम्र गुजार दी तुमने,
इंसान से ही मोहब्बत की थी, या कोई पत्थर पूछ बैठे थे.
2 Line Shayari on Umar



हाल न पूछो हमसे हमारी मोहब्बत का,
जीने की उम्र में मेरा शौक है मरने का.



इक पल लगा था मुझे इश्क़ बयाँ करने में,
उम्र सी लग गई उसे साबित करने में.
Umar Shayari


बढ़ती उम्र पर शायरी, Badhti Umar Par Shayari



एक उम्र वो थी कि जादू में भी यकीन था,
एक उम्र ये है कि हकीकत पर भी शक है.



जिन्दगी तो आनी जानी है,
जितनी भी है साथ निभानी है.
Shayari on Umar



दर्द छुपाकर यूँ लबों से मुस्कुराना सीख गये,
छोटी सी उम्र में हम खुद से बड़े सबक सीख गये.



परत-दर-परत ना मेरा दर्द कुरेदो, थक जाओगे,
हर परत में मेरा तजुर्बा मेरी उम्र से बड़ा पाओगे.
Shayari on Umar

Pyar Ki Umar Nahi Hoti Shayari

किसने कहा बढ़ती उम्र
सुन्दरता को कम करती है,
ये तो बस चेहरे से उतरकर
दिल में आ जाती है.
Umar Shayari



रिश्तों का उम्र कम या ज्यादा नहीं होता,
जिनका निभाने का इरादा नहीं होता,
उनके लिए वादा भी वादा नहीं होता.



ऐ खुदा… काश तू मेरी जिन्दगी में
इतना बवाल ना करता,
और नहीं तो कम से कम
मेरी उम्र का तो ख्याल करता.
Umar Shayari



धीरे-धीरे उम्र कट जाती है,
जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है,
और कभी यादों के सहारे जिदंगी कट जाती है.



जो पूछते है उम्र ग़ालिब…
कोई उनको इतना बता दो,
प्यार में उम्र नहीं होती,
पर हर उम्र में प्यार होता है.
Shayari on Age



जा बिछड़ जा मगर ख्याल रहे,
यूँ ना हो कि उम्र भर मलाल रहे.


Badhati Umra Par Shayari in Urdu



एक उम्र बाकी है, एक ख्व़ाब बाकी है,
कुछ हो गई है पूरी, कुछ बात बाकी है.
Shayari on Age



चार दिनों की उम्र मिली है,
और फ़ासलें जन्मों के,
इतने कच्चे रिश्तें क्यों है,
इस दुनिया में अपनों के.



कौन ठहरा है जहाँ में,
कहाँ रूक हम ही पायेंगे,
मुकम्मल उम्र होगी जब
तो चले हम भी जायेंगे.
Shayari on Age



उम्र पर शायरी
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,
नज़र उठाओ सामने जिन्दगी खड़ी है.



इक उम्र बितानी है मुझे उसके बगैर,
और एक रात है कि गुजरती नहीं मुझसे.
उम्र शायरी



देख जमाने को बदल गई हूँ मैं,
औरों की तरह निखर गई हूँ मैं,
उम्र की दहलीज पर गई हूँ मैं,
बनने की जगह बिगड़ गई हूँ मैं.



वक्त के सितम ने गिराया
फिर भी खड़ा हो गया,
जिंदगी ने कई सबक दिए
मैं उम्र से पहले ही बड़ा हो गया.
उम्र शायरी



उम्र बिना रुके सफ़र कर रही है,
और हम ख्वाहिशें लेकर वहीं खड़ी है.



इक उम्र बीत गयी है तुझे चाहते हुए,
तू आग भी बेखबर है कल की तरह.
उम्र शायरी


2 Line Shayari on Umar | Shero Shayari on Umar



कुछ रिश्तों की उम्र ज्यादा नहीं होती,
और कुछ ज्यादा उम्र होने पर रिश्तें नहीं रहते.



मैंने भी एक गुनाह कर दिया,
पढ़ने की उम्र में लिखना शुरू कर दिया.



शिकायतें तो बहुत सी है तुझसे ऐ जिंदगी,
पर क्या करें एक उम्र तुम्हारे साथ गुजारनी है.



गुनाह-ए-इश्क़ को नामंजूर किया,
सारी उम्र सजा में रहना क़ुबूल किया.



एक उम्र के बाद
उस उम्र की बातें
उम्र भर याद आती है.



हर उम्र का एक असर होता है,
कोई बेखबर तो कोई बेसब्र होता है.



मोहब्बत अगर सच्ची हो,
तो इक लम्हा काफी होता है
एक उम्र जीने के लिए.



लम्हें भर में जो दिल में उतर गये,
एक उम्र लगेगी उन्हें भूलने में.



उम्र और जिंदगी में बस इतना फर्क है,
जो तेरे बिना बीते वो उम्र और जो तेरे साथ बीते वो जिंदगी।



उम्र कैद की तरह होते है कुछ रिश्तें,
जहाँ जमानत देकर भी रिहाई नहीं मिलती।



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